13 फ़र॰ 2011

समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह यादव 
गोरखपुर अधिवेशन कि घोषणाएं-
इन खबरों कि असली सूरत माननीय मुलायम सिंह के कार्यकर्ताओं को तय करनी हैं, माननीय नेताजी ने जिस साहस और शौर्य  का परिचय देकर उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर रहे हैं क्या उसका असर जनता पर भी पड़ेगा . समय की सच्चाई से मुह नहीं मोड़ना चाहिए, सच तो यही है की उनके सिपाहियों ने जो किया है वह नीरज के एक गीत में झलकती है -
                                               एक पालकी चार हैं कहार..............
                                               ज्यों ही कहार लूट ले दुल्हन की पालकी
                                               हालात वही है आजकल ......................
फिर भी उम्मीदें कभी ख़त्म नहीं होती "हुस्ने मुबारक और तहरीर चौक" की जैसी जंग -
(डॉ.लाल रत्नाकर)

मुलायम बोले, मिस्र जैसे हालात पैदा कर दो
जनेश्वर मिश्र नगर (गोरखपुर)।
Story Update : Sunday, February 13, 2011    1:02 AM
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पूर्वांचल की धरती से सत्ता परिवर्तन का शंखनाद कर दिया है। उन्होंने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि प्रदेश में मिस्र जैसे हालात पैदा कर दो ताकि मुबारक की तरह सूबे की मुख्यमंत्री को गद्दी छोड़कर भागना पड़े। सपा मुखिया ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एक से 3 मार्च तक सरकारी कामकाज बंद कर दें। साथ ही उन्होंने कहा कि सपा इस आंदोलन के दौरान हिंसा का सहारा नहीं लेगी।


यूपी सरकार का खात्मा करना है
सपा के सातवें प्रांतीय सम्मेलन के अंतिम दिन मुलायम सिंह ने तीन दिनों तक सरकारी दफ्तरों पर सपाई कर्फ्यू का ऐलान करते हुए कहा कि अब यूपी सरकार का खात्मा कर देना है। उन्होंने कहा कि सूबे में इस समय जैसे हालात हैं, वैसे इमरजेंसी के समय भी नहीं थे। अपनी बात कहने पर जेल में डाल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए नौजवानों को सड़क पर निकलना होगा। मुलायम ने कहा कि अब साम्राज्यवाद नहीं आ सकता। मिस्र और रूस इसके उदाहरण हैं। प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार अगर हम चूक गए तो बड़ा नुकसान होगा। समाजवाद की लड़ाई पीछे छूट जाएगी। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेद और गुटबाजी भुलाकर आंदोलन में कूदने का आह्वान किया।


मुलायम को भरोसा सपा की होगी सरकार
राज्य सम्मेलन के तीसरे दिन मंडल के नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को संघर्ष करने का भरोसा दिया। पूरे जोश से कहा कि कार्यकर्ता अगली सरकार सपा की ही बनाएंगे। पूर्व मंत्री श्यामनारायन तिवारी ने कहा कि सपा शासनकाल में चलाई गई विकास योजनाओं को सरकार ने बंद कर दिया है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। कार्यकर्ता पार्टी की नीतियों को लेकर जनता के बीच में दमदारी से जाएंगे। विधान परिषद सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि उत्पीड़न की घटनाओं में इजाफा हुआ है। महिला उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं। सपाई अपने अध्यक्ष की अगुआई में जोरदार संघर्ष करेंगे और प्रदेश सरकार को उखाड़कर सपा को सत्ता दिलाएंगे। धुरियापार के विधायक राजेन्द्र सिंह उर्फ पहलवान सिंह ने कहा कि प्रदेश में अराजकता की स्थिति हो गई है। नेताओं ने दावा किया कि ऐसे में जनता को इससे निजात दिलाने के लिए सपाई आगे आएंगे। उन्होंने शेर सुनाकर कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाया।
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जाते-जाते अमर मणि के घर गए मुलायम

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर: राज्य सम्मेलन की समापन के बाद लखनऊ जाने से पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव विधायक अमर मणि त्रिपाठी के घर गए। उन्होंने वहां पर जलपान भी किया और परिवार के सदस्यों से अमर मणि त्रिपाठी का हालचाल भी लिया।
सम्मेलन के समापन के बाद मुलायम सिंह यादव को हवाई अड्डे पर दोपहर 12.30 बजे पहुंचना था। पर वह अमर मणि त्रिपाठी और उनके परिवार को नहीं भूले। वह सीधे उनके घर पहुंचे और परिवार वालों से मुलाकात की। उस समय वहां पर अमर मणि त्रिपाठी के माता-पिता, भाई अजित मणि त्रिपाठी, बेटी और बेटा अमन मणि त्रिपाठी, राजीव पाण्डेय एवं अन्य तमाम लोग उपस्थित रहे। सभी से मुलाकात और परिचय के बाद उन्होंने अमन मणि त्रिपाठी के सिर पर हाथ रखा और पिता अमर मणि त्रिपाठी की तरह बहादुर होने का आशीर्वाद दिया। जल-पान ग्रहण करते समय वह अमर त्रिपाठी के बारे में भी पूछते रहे। कुछ देर वहां ठहरने के बाद वह सीधे एअर पोर्ट के लिए रवाना हो गए। वहीं प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को पूर्व विधायक श्रीमती शारदा देवी के घर पहुंचे। उन्होंने श्रीमती शारदा देवी को प्रणाम किया और घर परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। फिर जलपान ग्रहण किया। उक्त अवसर पर राम लखन पासवान एडवोकेट, मुन्नी लाल यादव, सीपी चंद, कृष्ण कुमार त्रिपाठी आदि दर्जनों कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।
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निराशा, चिन्ता, चेतावनी

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर: निराशा, चिन्ता और चेतावनी। समाजवादी पार्टी के तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन के ये ही तीन स्वर थे। पिछले चुनाव की निराशा, आगामी चुनाव की चिन्ता और कार्यकर्ताओं को सहेजने की बेचैनी लिए पार्टी ने युवाओं की ओर देखने की कवायद शुरू की और एलान किया कि नेतृत्व सम्भालने के लिए युवा आगे आएं। राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह का इशारा स्पष्ट था-'सपा अब युवाओं के साथ और युवाओं के हाथ में रहेगी।' उन्होंने देश के लिए समाजवादियों के एकजुट होने की भी अपील की।
गोरखपुर में राज्य सम्मेलन आयोजित करने के पीछे समाजवादी पार्टी का लक्ष्य पूर्वाचल में ढीली हुई पकड़ को मजबूत करने का था। मुलायम सिंह ने कहा भी-'यह क्रान्तिकारियों की धरती है, यहां के नौजवानों ने अंग्रेजी साम्राज्य को चुनौती दी थी। यहां सम्मेलन करने से पार्टी को लड़ने की ताकत मिलेगी।' सचमुच पार्टी ने तीन दिन तक इसी ताकत की तलाश की। मंथन के अनेक दौर चले जिसमें संदेश और उलाहना दोनो थे। पिछले चुनाव में हार पर पार्टी ने निराशा जताते हुए अपने नेताओं की कमजोरियों को कोसा। नेताओं की गुटबंदी को लेकर नेतृत्व चिन्तित दिखा। खुद मुलायम ने 23 सीटों का जिक्र किया जहां पार्टी प्रत्याशी आपसी खींचतान में हार गये। चाहे मुलायम सिंह, अखिलेश यादव, प्रो. रामगोपाल यादव हों या मोहन सिंह, आजम खां और बृजभूषण तिवारी सबने आगामी चुनाव में गलतियों से सबक लेने की नसीहत दी। अखिलेश ने तो यहां तक कहा कि-'अगली बार जब हम सम्मेलन में मिलेंगे तब तक विधानसभा और लोकसभा के चुनाव हो चुके होंगे। इस बार सरकार न बनी तो सत्ता के इंतजार में हमारी (युवा कार्यकर्ताओं) उम्र भी निकल जाएगी।'
सम्मेलन के दौरान बडे़ नेताओं का बाडी लेंग्वेज भी उनकी चिंता को व्यक्त कर रहा था। उन्होंने मुद्दे चाहे जो भी गिनाए लक्ष्य केवल आगामी चुनाव था। पार्टी ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट करने की कोशिश की कि समाज में बेहतरी लाने के लिए ताकत चाहिए और यह ताकत सत्ता के जरिए मिलती है। सत्ता तभी मिलेगी जब जनता चाहेगी। इसलिए जनता के लिए संघर्ष की शुरुआत होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े तीन साल में पार्टी कोई बड़ा आंदोलन नहीं कर पायी। अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के खिलाफ भी प्रभावी आंदोलन छेड़ने में वह चूक गयी। इसका दर्द नेतृत्व के माथे पर झलका। इस दर्द को खुद मुलायम ने सबके सामने रख दिया-'एक बार (वर्षो पहले) हमने घेरा डालो आंदोलन शुरू किया था, तब तीन दिन तक सरकारी कामकाज ठप हो गया था। वैसा ही आदोलन फिर क्यों नहीं हो सकता।' मुलायम ने नौजवानों को ललकारा- 'आप मिस्र की ओर देखो। जनता की ताकत से मिस्र का तानाशाह भाग सकता है तो यूपी सरकार की तानाशाही क्यों नहीं खत्म हो सकती। इसलिए उठो, संघर्ष करो, सत्ता हासिल करो।'
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सरकार बनी तो देंगे बेरोजगारी भत्ता : अखिलेश

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर : समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार बनी तो नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता तथा कन्याओं को विद्या धन फिर से दिया जायेगा। हिन्दी के प्रयोग पर जोर देते हुए कहा कि कम्प्यूटर एक मशीन है। इसमें हिन्दी अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में काम करने की सुविधा है। सवाल यह है कि हम किसे अपनाते है।
श्री यादव शनिवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौतम बुद्ध छात्रावास में छात्रों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत की तुलना चीन व जर्मनी जैसे देशों से करते हुए कहा कि इन देशों ने अपनी भाषा के साथ चलकर तरक्की की फिर हम क्यों अंग्रेजी के पीछे पड़े हुए हैं। हर देश अपनी भाषा के माध्यम से तरक्की कर सकता है।
उन्होंने पढ़ाई के दौरान 14 साल तक हास्टल में बिताये पलों को याद करते हुए कहा कि मैं यहां जो मित्र, दोस्त यहां बनते हैं वही जीवन भर साथ रहते है। सच्ची दोस्ती हास्टल में ही होती है। शोध छात्रों को चाहिए कि हास्टल की असुविधाओं पर ध्यान न दें। जितने दिन भी आप यहां रहें इमानदारी पूर्वक एवं दृढ़ संकल्प के साथ पढ़ाई करें, मंजिल खुद ब खुद मिल जायेगी।
उनके साथ पहुंचे बलिया के सांसद नीरज शेखर ने कहा कि समाजवादी पार्टी युवाओं, नौजवानों, छात्रों की पार्टी है। इसलिए सपा की सरकार का प्रदेश में आना जरूरी है। सपा युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव दीपक मिश्र, कार्यक्रम संयोजक डा.शिवप्रताप राय ने अपने विचार रखे। संचालन डा.दीपक राय ने तथा आभार धीरज दुबे ने व्यक्त किया।
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अनछुए रह गये पूर्वांचल के गम्भीर मुद्दे

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर : सपा का तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन भले ही प्रदेश सरकार के खिलाफ एक संघर्ष का आगाज दे गया, लेकिन यहां की कई समस्याएं उससे अनछुई ही रह गयीं। मसलन, न तो पूर्वाचल विकास निधि पर कोई गर्म बहस हुई और न ही गन्ना किसानों की समस्या पर किसी प्रकार का सीधा निर्णय आया। यह मुद्दा हल्की चर्चा का विषय बना भी तो महज रामकोला के विधायक राधेश्याम सिंह के हस्तक्षेप पर। माना जा रहा था कि जो राजनीतिक और अर्थिक प्रस्ताव आएगा उसमें पूर्वाचल में बुनकर, गन्ना, रोड, खाद कारखाना, बाढ़, पुल और पूर्वाचल विकास निधि से जुडी समस्याएं शमिल होंगी। इन सवालों की ताक में हर कोई था, पर जब प्रस्ताव आया तो खाद कारखाना को छोड़ किसी भी मुद्दे को सीधे तौर पर नहीं रखा गया था। यहां कें नेताओं के हस्तक्षेप के बाद बुनकरों की हालत पर अलग से प्रस्ताव स्वीकार किया गया। बाढ़ पर सरकार बनने पर पैकेज देने की घोषणा जाते-जाते की गयी।
माना जा रहा था कि पूर्वाचल में सम्मेलन हो रहा है तो पूर्वाचल विकास निधि को बहस का हिस्सा बनाया जाएगा। इसलिए भी कि हाल में प्रदेश सरकार का बजट पेश हुआ है और सरकार ने मात्र 299 करोड़ रुपये दिया है जो पिछले साल की अपेक्षा मात्र तेरह करोड रुपये अधिक। यह बढ़ोत्तरी ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। इसके बाद भी इस निधि पर सपा ने अपना कोई मत नहीं रखा।
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नारे लगते रहे, लोग शामिल होते रहे

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर: समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन के अंतिम दिन शनिवार को नेताओं के साथ लोग आते रहे और पार्टी में शामिल होते रहे।
खुले अधिवेशन के दौरान करीब साढ़े दस बजे वरिष्ठ सपा नेता लाल अमीन खां के नेतृत्व मे भारी भीड़ आई। जिन्दाबाद नारों के साथ भीड़ मंच के बगल में पहुंच गयी। वहीं से ही प्रदेश महासचिव ने लाल अमीन खां के नेतृत्व में आए लोगों को पार्टी में शामिल होने पर बधाई दी। सयुस के प्रदेश सचिव रतन तिवारी के नेतृत्व में युवाओं की टीम ने अखिलेश यादव को माला पहनायी। उसके कुछ देर बाद महिला सभा की महानगर अध्यक्ष नीलम पाण्डेय के नेतृत्व में महिलाओं की भीड़ आई। सभी को पार्टी में शामिल होने की घोषणा मंच की गयी। तभी दारा निषाद के नेतृत्व में भीड़ आई। वह भी मंच के निकट पहुंची। ढाई सौ की संख्या को स्वीकार करते हुए महासचिव ने मंच से ही बधाई दी। इसी तरह पार्षद गीता शुक्ला, विन्दवासिनी जायसवाल, रवि त्रिपाठी, व्यकटेश तिवारी, अशोक यादव, राधेश्याम सिंह समेत कई नेताओं के साथ लोग आते रहे और पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते रहे। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव सरदार प्रीतपाल सिंह रणहोत्रा के नेतृत्व में 94 कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी, देवरिया जनपद के राजद के जिलाध्यक्ष समेत कमेटी के 31 सदस्यों, बसपा और भाजपा से दर्जनों लोग भी सपा में आस्था जताते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
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तीसरे दिन भी दिए सोने के मुकुट और गदा और तलवार

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर: समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन के खुले अधिवेशन में तीसरे दिन शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, वरिष्ठ नेता आजम खां और प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव को सोने-चांदी के मुकुट, गदा, प्रतीक चिह्न आदि भेंट किए गए। उपहार भेंट करने में मानो होड़ लगी हुई हो।
सम्मेलन के दौरान सलेमपुर के विधायक गजाला लारी को मंच पर बुलाकर मुलायम सिंह एवं आजम खां ने क्षेत्र की समस्याएं पूछी। उन्होंने मुलायम एवं आजम खां को क्षेत्रीय समस्याओं और जरूरतों से अवगत कराया।
सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदीश यादव के नेतृत्व में जवाहर यादव, दुर्गेश यादव, युवा नेता मनोज यादव समापन समारोह के दौरान मुलायम सिंह यादव के पास पहुंचे। उन्होंने सम्मेलन के लिए पार्टी कोष में 1.51 हजार रुपये नकद भेंट किया। उसके बाद उन्होंने मुलायम सिंह यादव और आजम खां को सोने का मुकुट पहनाया।
उसके बाद जगदीश यादव ने सपा के रामललित यादव, सहजनवा के युवा नेता मनोज यादव, दीपक यादव, कैलाश यादव ने प्रदेश अध्यक्ष को श्रीकृष्ण की मूर्ति भेंट कर बधाई दी। इसी तरह महानगर समाजवादी पार्टी के पूर्व सचिव चन्द्रभान प्रजापति और पार्षद उर्मिला प्रजापति के नेतृत्व में मिट्टी का हाथी पर साइकिल सवार चिह्न भेंट की गयी। पूर्व विधायक बीना भारद्वाज के नेतृत्व में संजीव चतुर्वेदी ने मो.आजम खां को स्मृति चिह्न के रूप में काबे-शरीफ का दरवाजा देकर सम्मानित किया। उक्त मौके पर राघवेन्द्र पाण्डेय, कार्तिकेय पाण्डेय आदि तमाम लोग उपस्थित रहे। जबकि पहलवान जनार्दन, पन्नेलाल, उमेश यादव, विक्रम यादव ने चांदी का गदा भेंट किया। सपा महिला सभा नीलम पाण्डेय के नेतृत्व में ई.अखिलेश्वर नाथ त्रिपाठी ने दर्जनों लोगों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव को स्मृति चिह्न एवं श्रीमद भगवत गीता भेंट की। जबकि भानु प्रकाश मिश्र, प्रहलाद यादव और पहलवान सिंह ने मुलायम सिंह को राधाकृष्ण की बड़ी तांबे की मूर्ति, अखिलेश यादव को राधा कृष्ण की मूर्ति, मोहन सिंह को शंकर-पार्वती की मूर्ति, बृजभूषण तिवारी को शिवपरिवार, आजम खां को मक्का मदीना, अशोक बाजपेयी को रामदरबार और ओम प्रकाश सिंह को सूर्य की प्रतिमा भेंट की। साथ ही सभी को साफा बांधकर तलवार भी दिए गए। बाद में एक कुंतल वजन का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।
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संघर्ष की घोषणा तक सिमटा खुला अधिवेशन

Feb 12, 09:30 pm
गोरखपुर: सपा राज्य सम्मेलन का तीसरा दिन लोगों की उम्मीद के उलट संघर्ष की घोषणा तक सिमट कर रह गया। सुबह स्थानीय नेताओं के कुछ चेहरे सामने आए और उसके बाद अखिलेश यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। फिर सीधे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव माइक पर आए और दस मिनट बोलने के बाद यह कहते हुए आगे बोलने से इंकार कर दिये कि सब कुछ आजम बोल चुके है। मैं और नहीं बोलना चाहता। उन्होंने इसके बाद पंडाल में उपस्थित प्रतिनिधियों से संघर्ष के बारे में राय ली और उसकी तिथि निर्धारित होने के साथ ही सम्मलेन समाप्त हो गया।
खुला अधिवेशन का दिन जल्द ही सरक लेगा इसका अनुमान सुबह पंडाल पर नजर पड़ते ही लोगों का लग गया था। बाहर से आए प्रतिनिधि और नेताओं में अधिकतर नदारद थे। ऐसे में पचास फीसदी कुर्सियां खाली रहीं। अलबत्ता गोरखपुर बस्ती मंडल के सात जिलों के नेता व कार्यकर्ता पंडाल में मौजूद थे। ऐसे में आभार और धन्यवाद का क्रम शुरू हो गया। इससे स्थानीय स्तर के दर्जन भर नेताओं को बोलने का मौका मिला। सपा के वरिष्ठ नेताओं को भी जाने की जल्दी थी, जिसकी सूचना समय-समय पर संचालक के जरिये लोगों को मिल रही थी। इसी को देखते हुए सूची से कई लोगों का नाम काटते हुए उनको समय न दे पाने के लिए छमा याचना करते हुए सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह को बुलाया गया। पन्द्रह मिनट तक सम्बोधित करने के बाद अखिलेश भी अपनी जगह पर चले गये। बाद में मुलायम सिंह यादव को बुलाया गया तो माना जा रहा था कि आज वह एक से डेढ़ घण्टे तक बोलेंगे। पर, ठीक इसके विपरित वह महज दस मिनट समय देने के बाद मार्च में होने वाले तीन दिन के आन्दोलन की घोषणा कर विदा ले लिए।
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पंडाल के पीछे अदा की गई नमाज

Feb 11, 11:33 pm
गोरखपुर:शुक्रवार जुमे की नमाज का दिन था। इसके नाते सपा के सम्मेलन के पहले सत्र में जारी राजनैतिक-आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा को पहले ही स्थगित कर दिया गया। पांडाल के पीछे सम्मेलन में आए अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों ने नमाज अदा की।
नेता बनने का तुरत-फुरत बंदोबस्त
सम्मेलन स्थल पर नेता बनने का तुरत-फुरत बंदोबस्त था। अपना ड्रेस उतारिए। साइज का कुर्ता,पैजामा,सदरी,लाल टोपी और लाल शर्ट उपलब्ध थी। जेब ढीली करिए और नेता के रूप में ड्रेसअप हो जाइए। तमाम जींस वाले सम्मेलन में शिरकत करने के पूर्व ऐसा करते देखे गये।
सम्मानित करने की होड़
दोनों दिन अपने नेता को सम्मानित करने की होड़ मची रही। प्रांतीय सम्मेलन था। सो सम्मानित करने वाले भी पूरे प्रांत से आए थे। हर नेता के संबोधन के बाद कुछ सम्मानित करने वालों का नाम पुकारा जाता था। अधिकांश लोग सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव को ही सम्मानित करते थे। बतौर सम्मान सर्वाधिक लोगों ने गदा, तलवार, मुकुट व साइकिल भेंट की।
नहीं थी पहले दिन वाली रौनक
सम्मेलन में पहले दिन वाली रौनक नहीं थी। सामने की कुर्सियों को छोड़ पंडाल की अधिकांश कुर्सियां खाली थी। गुरुवार को 11 बजे के आस-पास जहां पुलिस ने पैडलेगंज से सर्किट हाउस वाली सड़क पर वाहनों के संचलन पर रोक लगा दी थी वहीं शुक्रवार को ऐसा कुछ नहीं था।
बीमारों की दवा का भी था इंतजाम
मौके पर चिकित्सक व दवा का भी मुकम्मल इंतजाम था। तमाम चिकित्सक अपनी सेवा देने के लिए तत्पर थे। राधेश्याम सिंह ने दवा की दुकान का स्टाल लगवाया था। गैस,बदहजमी,सरदर्द,सर्दी,जुकाम से पीड़ित कई लोग यहां से दवा खरीदते दिखे।
ठेले-खोमचे वालों की चांदी रही
खाने-पीने की उचित व्यवस्था न होने के कारण ठेला-खोमचा वालों की चांदी रही। सम्मेलन स्थल पर ढेर सारी भूजे,मूंगफली,चाय-पान की दुकानें लगी थीं। सबकी खूब बिक्री भी हुई।
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तालुकदार की पत्‍‌नी ने पहनाया चांदी का मुकुट

Feb 11, 11:04 pm
गोरखपुर : अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान स्व. तालुकदार यादव की पत्‍‌नी व ड्रीम आफ तालुकदार फाउण्डेशन की अध्यक्ष रीना यादव ने यहां शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन में पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को चांदी का मुकुट पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर सपा मुखिया ने फाउण्डेशन को एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया। स्वागत समारोह के बाद रीना यादव ने कहा कि यह धन फाउण्डेशन के विकास में खर्च होगा। उनके अधूरे सपनों को पूरा किया जायेगा। इस मौके पर सचिव अजय यादव आदि भी मौजूद थे।
(सभी खबरें दैनिक जागरण से साभार)






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