5 जून 2010

यह कैसा सच है .
 दैनिक जागरण से साभार -

मिर्चपुर में फिर बढ़ा तनाव

Jun 04, 12:04 am

हिसार, जागरण संवाददाता। हरियाणा के मिर्चपुर गांव में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। बुधवार को दिल्ली में हिसार के उपायुक्त [डीसी] युद्धवीर सिंह ख्यालिया पर हमले की घटना ने आग में घी का काम किया है। गुरुवार को जाट समाज के लोगों ने लाठियां और गड़ासों सहित अन्य परंपरागत हथियारों से लैस होकर मिर्चपुर में शक्ति प्रदर्शन किया और जनसभा कर सरेआम धमकियां दीं। सभा में मौजूद लोगों ने कहा कि मिर्चपुर मामले में गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। यहां तक चेतावनी दी गई कि पुलिस अब आरोपियों को गिरफ्तार करने आई तो उसे गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा और पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया जाएगा।
राजनीतिक नेताओं पर माहौल को खराब करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया गया कि किसी भी नेता को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा। सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों का हुक्का पानी बंद करने की भी घोषणा की गई।
गुरुवार को मिर्चपुर काड को लेकर गाव के पशु अस्पताल में सभा हुई। इसे 36 बिरादरी की सभा का नाम दिया गया। इसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष बिजेंद्र बिल्लू ने की। इस दौरान ग्रामीणों ने पूरे गाव के सभी गलियों की घेरेबंदी कर उन्हें बंद कर दिया। भाकियू के आह्वान पर गाव में सभा को लेकर सुबह से ही पूरे गांव में तनाव व्याप्त था। जाट समाज की महिलाएं व पुरुष सुबह दस बजे से ही गड़ासे व लाठियों से लैस होकर पशु अस्पताल के परिसर में पहुंचने शुरू हो गए थे।
सभा में बिल्लू खांडा ने कहा कि हम भाईचारा बनाना चाहते है लेकिन सरकार भाईचारा बनवाना नहीं चाहती। सरकार ने एक पक्ष की तो पूरी बात सुनी है, वहीं दूसरे पक्ष के लोगों की आज तक भी कोई बात नहीं सुनी गई। सारी कार्रवाई एकतरफा हो रही है। राजनीतिक नेताओं ने अपनी रोटिया सेंकने के लिए गाव का भाईचारा खराब किया है। हमारी लड़ाई गाव के किसी समुदाय से नहीं, बल्कि सरकार व प्रशासन के खिलाफ है। अगर सरकार इस काड की जाच सीबीआई से नहीं करवाएगी तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज की सभा में काफी संख्या में पुरुष और महिलाओं की हाजिरी ने यह साबित कर दिया है कि मिर्चपुर के लोग एकजुट है। सभा के जरिये हमारी सरकार व प्रशासन से माग है कि इस मामले की जाच सीबीआई से करवाई जाए और जो भी बेकसूर लोग गिरफ्तार किए गए है उन्हे तुरंत रिहा किया जाए। एसएचओ विनोद काजल व नायब तहसीलदार जागेराम को भी रिहा किया जाए और जब तक सीबीआई जाच पूरी न हो, तब तक गाव के किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी न हो। प्रदेश सरकार व प्रशासन के अधिकारियों ने गाव के बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को तंग किया है। इस प्रकार के व्यवहार से सभी भयभीत है। यदि इन घटनाओं से गाव में जानमाल का नुकसान हुआ तो इसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी। भाकियू के नेता महेंद्र घिमाना ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में डीसी युद्धवीर सिंह ख्यालिया पर हुआ हमला निंदनीय है। सभा में थाना प्रभारी रोहताश ने ग्रामीणों से शाति रखने की अपील की और कहा कि मामले की निष्पक्ष जाच की जाएगी।
बिना अनुमति की गई सभा : डीसी
हिसार, जागरण संवाददाता : मिर्चपुर गांव में हथियारों के साथ बैठक करने के मामले में उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने कहा कि इस बारे में उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई।
उन्होंने कहा कि अभी तक बैठक करने व एसएचओ को ज्ञापन सौंपे जाने की भी उन्हें सूचना नहीं मिली है। बैठक में महिलाओं सहित लोगों के हथियारों से लैस होकर शिरकत करने बारे में उपायुक्त ने जांच करवाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसा पाया गया तो कानून की अवहेलना करने पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने आने वालों को बंधक बनाए जाने का ऐलान किया गया है तो उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा तथा गैरकानूनी तौर तरीके अपनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बिना अनुमति की गई बैठक में थानेदार के जाने व लोगों से ज्ञापन लेने के बारे में जिला पुलिस कप्तान सुभाष यादव का कहना है कि मिर्चपुर गांव में बिजली-पानी की किल्लत की आड़ में बैठक को अंजाम दिया गया है। उसके बावजूद पुलिस बल का पूरा प्रबंध पहले से किया गया था। अगर कोई व्यक्ति कानून के खिलाफ जाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। हथियारों सहित बैठक में आई महिलाएं व पुरुषों के सवाल पर उन्होंने इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
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यही हाल इनका हर जगह है 'कहाँ है मायावती का सर्व समाज' हरियाणा का दलित दलित नहीं है , इनकी लड़ाई कौन लडेगा क्या ये इन्सान नहीं है ? 

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