डॉ.लाल रत्नाकर
आज हम जिस राजनीति के द्वारा नियोजित हो रहे है वहां ज्ञान विज्ञानं के बजाय हत्या अपराध आदि आदि यह हालत है -
Jul 18, 02:01 am
लखनऊ। सूबे के काबीना मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी पर हमले के बाद शनिवार को पहली बार मुख्यमंत्री मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री पर हमला करने में सपा के लोगों का हाथ है। हमले की साजिश रचने वाला सपा विधायक विजय मिश्र का नजदीकी रिश्तेदार दिलीप मिश्र है। इसके खिलाफ 30 गम्भीर अपराधों के मुकदमें दर्ज हैं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि 2007 में जब उन्होंने नंदी को इलाहाबाद से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया था तब दिलीप मिश्र ने नंदी को हतोत्साहित करने के लिए उसकी पिटाई की थी लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं होने दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री नंदी पर हुए हमले को प्रदेश की कानून-व्यवस्था से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। जो राजनीतिक दल इसे प्रदेश की कानून-व्यवस्था से जोड़कर देख रहे हैं, उन्हें अपनी गिरेबां में झांकना चाहिए। सपा के शासनकाल प्रदेश में जंगल राज था। दिनदहाड़े विधायक, सांसद व राजनेताओं मारे जा रहे रहे थे। राजभवन के सामने विधायक मंजूर अहमद तथा इलाहाबाद में बसपा विधायक राजू पाल की दिन दहाड़े हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि अतीत में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की गयी। इसके बाद पूरे देश में सिखों का नरसंहार हुआ। इससे पहले तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायाण मिश्र को बम से उड़ा दिया गया और वीपी सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके भाई और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सीएसपी सिंह की हत्या कर दी गयी। उन्होंने सवाल क्या कि क्या इन मामलों को कानून, व्यवस्था से जोड़कर देखा गया था? उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिश्र की हत्या का तो आजतक खुलासा नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में पुलिस प्रशासन ने जिस तत्परता से हमलावरों को गिरफ्तार किया है उसकी तारीफ की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा विधायक विजय मिश्र के खिलाफ 58 मुकदमें दर्ज हैं। विजय मिश्र 1977 से ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था फिर भी सपा ने उसे विधायक का टिकट दे दिया। सपा ने अपने कार्यकाल में विजय मिश्र पर दर्ज मुकदमों में से छह को वापस ले लिया था। उसने और अतीक अहमद ने मिलकर इलाहाबाद में करोड़ों की सम्पत्तिजबरन हथिया ली, जिसे उनकी सरकार ने मुक्त कराया। दिल्ली में भी विजय मिश्र की 50 करोड़ की सम्पत्तिहै। )
Jul 18, 02:01 am
कानपुर। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हमला पैसे के बंटवारे को लेकर हुआ है। इसकी सीबीआई जांच करायी जाये तो सच्चाई खुद सामने आ जायेगी। इसके तार मुख्यमंत्री तक भी पहुंच सकते हैं।
विष्णुपुरी में एक निजी समारोह में भाग लेने आये सपा प्रमुख ने पत्रकारों से वार्ता में कहा बसपा सरकार में कानून व्यवस्था चरमरा गयी है। हालत यह है कि जनप्रतिनिधि तक सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हुए हमले के पीछे पैसे के बंटवारे का खेल है। पैसा लेने को लेकर हमला किया गया है। इसकी जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिए ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके। उन्होंने कहा कि हमले में भदोही के सपा विधायक विजय मिश्र को फंसाया जा रहा है जो पुलिस के आतंक से जिले से कई महीनों से गायब हैं। ऐसे में वह मंत्री नंदी पर कैसे हमला कर सकते हैं। मंत्री पर हमले की घटना से प्रदेश की जनता दशहत में है। उन्होंने कहा बसपा सरकार में पुलिस ही लोगों का उत्पीड़न कर रही है।
कानपुर में शुक्रवार को बेगुनाह टेंपो चालक की पुलिस की गोली से मौत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आखिर भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में पुलिस ने गोली कैसे चलायी गयी।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से अलग होने के बाद पहली बार अल्पसंख्यकों से माफी मांगे जाने के सवाल पर मुलायम सिंह ने कहा कि मामला पुराना हो गया है। आजम खां के सपा में फिर शामिल होने के मुद्दे पर वह शांत रहे। इसके पूर्व उन्होंने पार्टी नेताओं से टेंपो वाले की मौत पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी।)
इनके अपने बयान किसको बचा रहे है यदि दोनों को पता है इन अपराधियों का तो इनकी खुरापात कैसे चल रही है .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें