9 मई 2012

'मुख्यमंत्री जी इमानदारों को खोज रहे हैं सब बदलेंगें.

"समाजवादी पार्टी से इमानदारी की अपेक्षा की जानी  चाहिए जो जायज भी है क्योंकि जनता ने  "महाभ्रष्ट" से  निजात  के लिए  इन्हें  चुना है, पर जरा गौर करिए की क्या  यह दौर  और  वक़्त इमानदारों का है" इस  पोस्टर में जो कुछ  दिखाया गया  है उसमें भी  ऐसा ही कुछ  कहा गया है .- 'सम्पादक'.


                       देखिये मिडिया की प्रकृति हमेशा समाजवादी आदोलनों के खिलाफ रहती है क्योंकि भारतीय मिडिया (पूंजीवाद की चाकर है) जिस बहस को चला रहा है वह जायज है या नहीं यह तो समाजवादी पार्टी ही बताएगी , पर श्री अखिलेश यादव जी मुख्यमंत्री के रूप में अनुभवी व्यक्ति हो सकता हैं न हों, पर वह  इस मिडिया के स्वाभाव (चरित्र) को समझते हैं, यद्यपि उनके पिताश्री को इस मिडिया ने हमेशा कटघरे में ही खड़ा किया है, प्रदेश से पैसा भी उगाहा और प्रदेश को गालियाँ भी दीं. परन्तु युव़ा मुख्यमंत्री इनसे बचेंगे यही उनकी चतुराई होगी. 
                    मैंने तब भी लिखा था जब मायावटी कार्यवाहक मुख्यमंत्री थीं और मिडिया आमादा था "की उ.प्र. में गुंडा राज्य की वापसी" यह उसकी कितनी घिनौनी "चाल" है इस पर प्रेस परिषद् भी नज़र मोड़ लेता है कारण जो भी हों. अतः उम्मीद यही है की मुख्यमंत्री जी इनके चंगुल में नहीं आयेंगे और अपने "जनोपयोगी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएंगे इन्हें तो उसका प्रचार (मिडिया) को करना ही पडेगा.
                  उत्तर प्रदेश में इतने गैर जिम्मेदार अफसर जिन्हें लगता है की सरकार ही उनकी वजह से ही आयी है. उनपर भी नकेल कसना होगा ऐसे गैर जिम्मेदार अफसर जिनकी वजह से लूट की संस्कृती बनती है, सरकारें जाती उनकी ही वजह से ही हैं. उन्हें लगता है आ उनकी वजह से रही हैं.
                जो जो विधायक जी जो मंत्री हो गए हैं या मंत्री होने के लिए कसरत कर रहे हैं, वह कितने इमानदार हैं इसका आकलन तो हो चूका है यदि इन सबकी जाँच करा दी जाय, पर अब चुनाव के समय ही  उनकी जांच हो पायेगा यदि  इन पर लगाम न लगी तो पता चलेगा की सारा मामला उल्टा हो गया. जनता  को वोट देना था उसने दिया और सरकार बदल गयी. आगे भी बदल जायेगी. यदि यह मानकर पार्टी के सब लोग चल रहे हैं तो दोनों हाथों लूटिये उत्तर प्रदेश बदल जाएगा, इसी आशा में समाजवाद परवान चढ़ेगा और आप  का समाजवादी परिवार  खुशहाल हुआ तो प्रदेश भी खुशहाल ही दिखाई देगा. यद्यपि जिस तरह से  सपाई बदलते हैं वह तो पूंजीवाद को भी मात देता है . यही कारण है की इनसे पूंजीवादियों को भी तकलीफ होने लगाती है. ऐसे में स्वाभाविक भी है की उन लोगों के दिल फटने लगे, शायद आप को लगता होगा की मैं सपा के समाजवादी चरित्र पर उंगली उठा  रहा हूँ  नहीं मैं यह कह रहा हूँ की सपा को खुली लूट की छूट मिली है या मिलनि चाहिए, ऐसा नहीं है पर तंत्रात्मक लूट की जो संस्कृति बनी है उसे बदलना आसान  है क्या ?
              यदि आसन नहीं है तो विकास की धारा का रास्ता क्या होगा, व्यवसाय बनी राजनीती से विकास को गति देना आसान नहीं है. तब होगा क्या ! यही सवाल खड़ा होगा ( यहाँ मायावती का फार्मूला थोड़ा सा कारगर होता नज़र आता है , पर उसके बेईमान अफसरों ने उसे धोखा दिया और कांग्रेसियों से पैसा लेकर उसके खिलाफ माहौल बनवाये पर भला हो जनता का की उन बेईमानों का खेल सफल नहीं होने दिया और उस गुंडे नुमा युवराज़ को सबक सिखा दिया, मजेदार बात तो यही है की बसपा आज भी दुसरे नंबर पर है) पर समाजवादी पार्टी के प्रचंड बहुमत का यह मतलब बिलकुल नहीं है की जनता को इस दल की नीतियाँ पसंद आ गयी हों. यह सदा याद रखना होगा की जनता का दिल जितना होगा बे ईमान मंत्रियों की फौज का नहीं और न ही भ्रष्ट अफसरों की फौज  का.
               हाँ  उत्तर प्रदेश में सरकार चलाना भी आसान नहीं है पैसा कम है लूट ज्यादा है.
            अन्यथा नहीं मुझे अपनी चर्चा में जो दिखाई देता है वह यही की जनता अभी की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं दिखती  लोगों का मानना है की बूढ़े हो गए भ्रष्ट मंत्रियों की फौज से "नवजवान मुख्यमंत्री" क्या काम लेगा ये सब तो चाचा ताऊ बने रहेंगे (यहाँ वास्तविक संबंधों पर मेरा आक्षेप नहीं है) और उनके निचे से बी मानी की धारा  बहती रहेगी ऐसे मंत्री हैं इस सरकार में जिस पर लोग हसते हैं 'फलनवा' मंत्री है.
             हाँ बुरा न मानें तो यह कहूँ की पिछली सरकारें आने जाने के पीछे केवल और केवल लूट ही कारण रहा है वह पिछली से पिछली सरकार की पोलिस भर्ती रही हो या माया की माया की भूख और खुल्लम खुल्ला लूट. पता चला है कि 'माया के सर्वजन  हिताय  राज्य में 'एक एक जूनियर इंजिनियर ने अपनी वार्षिक ५ से १० करोड़ की कमाई की बनाई है क्योंकि उसकी पोस्टिंग जिस जगह है वहां का अधिशासी अभियंता प्रापर्टी की डीलिंग करता है यानी प्रापर्टी डीलर और अधिशासी अभियंता भी.(नॉएडा के अलावा) क्योंकि इनके आका आज भी मुख्यमंत्री के सबसे खास अफसर हैं यह तिलिस्म कब टूटेगा जब सब कुछ साफ़ नज़र आयेगा .
             अब  यह कर्मचारी इस सरकार में पोस्टिंग चाहता है तो धद्दले से पैसा देकर पोस्टिंग लिया और लूट की योजना बना ली ऐसे ही प्रदेश लूटता है. पहले जो उपेक्षित थे वो आज भी उपेक्षित हैं. और उदास नीरस निराश लूट के लिए या लूट रोकने के लिए. पर ओ दुखी हैं. सुना है कि बेईमान जल्दी चीजों को पकड़ता है 'इमानदार को समय लगता है' अब  कहाँ से लायें अधिकारी या कर्मचारी समय दीजिये 'मुख्यमंत्री जी इमानदारों को खोज रहे हैं सब बदलेंगें. समय तो लगता ही है.
                  अबकी के अमर  सिंह कहीं मिश्रा जी न हो जाएँ ऐसी आशा दिखाती है उनकी सोच और परम्परा से वे कितने आधुनिक होंगे देखना है।
              क्या आप अमर सिंह  की लूट की कहानी भूल  गए  जिसने  लोहिया और समाजवादी विचारों के पक्के 'अनुआइ' को बर्बाद करके रख  दिया  ऐसे में युवा  श्री अखिलेश यादव जी मुख्यमंत्री के रूप में  बहूत  कुछ करना चाहते हैं इंतज़ार  कीजिये मुझे लगता है समीक्षा करेंगे , हर तरह की समीक्षा जनता से , विरोधियों से और शायद हम  जैसे निंदकों से भी जो  चाहतें हैं की यह प्रदेश  को  उस  उंचाई तक  ले जाएँ  जहाँ  से इस  प्रदेश  की सदियों की खोई  गरिमा वापस  ला सकें . 
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               अंत  में यही कहूंगा की जीतनी जल्दी हो  प्रदेश  की नौकरशाही को नियंत्रित  किया जायगा उतनी जल्दी ही प्रदेश  खुशहाली के रास्ते पर बढेगा .  
यह आम  धारना  बन  रही है की माया के युग  के लूटेरे कर्मचारी सभी महत्व  की जगहों पर  काबिज़  हैं, कभी आज  के "प्रदीप  शुक्ल  जैसे आई  ए  एस  नेता  जी के करीबी हुआ  करते थे और पी . एल.  पुनिया ने तो वफादारी में  माया को सरकार  ही सौंप  चुके हैं"  कारण  अनेक हैं कोई   सुने तो .
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मेरा विश्लेषण  जारी रहेगा बाकि आपकी मर्ज़ी.........................

नया कदम 

तीस को अखिलेश से मिलेंगे बिल गेट्स

May 19, 11:52 pm
लखनऊ, जाब्यू: विश्व की अग्रणी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसाफ्ट के चेयरमैन बिल गेट्स 30 मई को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे। बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन के कंट्री निदेशक के तौर पर वह मुख्यमंत्री से प्रदेश में फाउन्डेशन की ओर से चलाये जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।
राज्य सरकार द्वारा हाईस्कूल उत्तीर्ण विद्यार्थियों को टैबलेट पीसी और इंटरमीडिएट पास छात्रों को लैपटॉप मुहैया करानेत्था प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की घोषणाओं से भी इस मुलाकात से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ बिल गेट्स की मुलाकात की तैयारी के सिलसिले में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने 23 मई को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, ग्राम्य विकास, कृषि और पंचायती राज विभागों की बैठक बुलायी है।


खास खबर 

मुलायम सिंह को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

नई दिल्ली/एजेंसी
Story Update : Monday, May 14, 2012    1:51 AM
Mulayam Singh get international award
समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव और पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी सहित पांच लोग प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ज्यूरिस्ट पुरस्कार 2012 से सम्मानित किए जाएंगे।
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स के अध्यक्ष डॉ. आदिश सी. अग्रवाल और इंग्लैंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सर जस्टिस गेविन लिगटमन ने रविवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट के प्रेसीडेंट लार्ड फिलिप्स 28 मई को लंदन में आयोजित एक समारोह में यह पुरस्कार प्रदान करेंगे।
सपा प्रमुख के साथ उनके पुत्र एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी इस पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह के दौरान यादव की जीवनी पर लिखी पुस्तक ‘मुलायम सिंह यादव : हार्ब्रिगर ऑफ सोशल जस्टिस’ का विमोचन किया जाएगा। इस दौरान इस पुस्तक की एक प्रति मुलायम सिंह को भेंट की जाएगी।
(आवाज की और से शुभकामनाएं)


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