4 दिस॰ 2009



अब अमर सिंह सपा से किसको - किसको निकालना चाहिए इस पर विचार करेंगे ?


डॉ. लाल रत्नाकर


अब समाजवादी पार्टी साफ-साफ इस बात पर ला दी गयी है की यह एक परिवार की निजी पार्टी है जो केवल अमर सिंह के लिए ही रह गयी है|  इसमे नतो विचार की गुन्जाईस  है और न ही सोच की| पर एक बात इन दलों को चलाने वालों को सोच लेना चाहिए की दल और दलाल में कोई ताल मेल नहीं चलता, दलाल व्यक्तियों के लिए काम करता है दलाल आज राजनीतिकों के इर्द गिर्द एक तगड़ा गिरोह बनाकर रखे है जिसे भेदना हर एक के बस का नहीं है | दूसरी ओर यह भी है की आज का भारत ही नही सदियों से इस बिडम्बना को हम सह रहे है, ''गरीबी और अमीरी के बीच की जिस दिवार को तोड़ने की तमाम समाजवादियों ने कोशिश की थी पर उसका परिणाम यह हुआ की समाजवादी नेता गरीब से अमीर हो गए " जनता वही की वही रही|  

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