9 दिस॰ 2010

क्या हो गया है मुलायम सिंह को ?
मुलायम ने कहा कि माया सरकार के कार्यकाल में यह समाज उपेक्षित है। इसलिए अब मैं इनके लिए आंदोलन करूंगा- मुलायम सिंह यादव
डॉ.लाल रत्नाकर
मान.मुलायम सिंह यादव जी ब्राह्मणों के वोट पर यदि उत्तर प्रदेश कि कुर्सी  का ख्वाब देख रहे है तो उन्हें यह ख्वाब भारी पड़ेगा, रही बात मायावती कि तो ब्राह्मण मायावती को वोट नहीं दिया था बल्कि आपके शासन कि निरंकुशता और भाई शिवपाल के खिलाफ पूरे अवाम ने आपकी सत्ता के खिलाफ वोट दिया था अथवा वोट ही नहीं देने गया था. अब समय बताएगा कि आपको वोट कौन देने जा रहा है.
(इस खबर के माध्यम से अमर उजाला से साभार-)

अब ब्राह्मणों को लुभाने में जुटी सपा
नई दिल्ली।
Story Update : Thursday, December 09, 2010    1:20 AM
उत्तर प्रदेश में 2012 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सपा पूरा होमवर्क करने में जुट गई है। मुसलिम वोट बैंक पर कब्जा जमाने के लिए अपने पुराने दोस्त आजम खां की वापसी के बाद अब सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ब्राह्मण समाज पर अपनी नजरें गड़ाई हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में बसपा के सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले में ब्राह्मणों ने बड़ी भूमिका निभाई थी। ब्राह्मणों ने बसपा को अपना भारी समर्थन देकर मायावती को पूरे बहुमत के साथ सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाया था। अब इसी तर्ज पर मुलायम भी आगे बढ़ते दिख रहे हैं। उन्होंने बुधवार को पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में खासतौर से ब्राह्मण समाज की समस्याओं को लेकर आंदोलन छेड़ने का आह्वान किया।

मायावती के फार्मूले की तर्ज पर मुलायम
वहीं ब्राह्मण समाज के कई नेताओं ने अगले चुनावों में सपा के लिए जुटने का ऐलान किया। समाजवादी ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय तिवारी ने कहा कि पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में ब्राह्मणों ने सपा के समर्थन में जुटने का ऐलान किया है। मुलायम ने कहा कि माया सरकार के कार्यकाल में यह समाज उपेक्षित है। इसलिए अब मैं इनके लिए आंदोलन करूंगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप भी मायावती के सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले की तर्ज पर ब्राह्मणों को लुभाने में जुट गए हैं, तो उनका कहना था कि हम समाज के कल्याण के लिए काम करते हैं, वो लोग सत्ता के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि बड़े बड़े ऋषि मुनि हों या आजादी के नेता ज्यादातर महापुरुष इसी समाज से आए हैं। हमें इनका सम्मान करना चाहिए। अगले विधानसभा चुनावों को लेकर मुलायम ने कहा कि ब्राह्मण समाज के नेताआें ने उन्हें समर्थन देने का वायदा किया है। हम उनका स्वागत करते हैं।
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एक और गलत फैसला जो राजनैतिक नहीं है !
यह खबर दैनिक जागरण अखबार से ली गयी है - इस तरह के पोस्ट से मेरा आशय है राजनैतिक चिंतन की रीढ़  बन सकता है, यद्यपि यह जग जाहिर हो चुका है की मान.शिवपाल जी राजनैतिक व्यक्ति नहीं है . पर जब प्रदेश की एक बड़ी पार्टी ने उनको इस तरह का काम सौंपा है तो उनकी किसी न किसी खूबी को देखकर किया होगा. मेरा मानना है की सत्ता रूढ़ दल जब सशक्त विरोधी दल को परेशान और उसके बाहुबलियों की धर पकड़ कर या करवा रहा हो तो समझ लेना चहिये की सत्तादल कहीं न कहीं कमजोर हो रहा है, राजा भैया विवादों से हमेशा घिरे रहने वाले लोगों में है कभी मौजूदा सत्तारूढ़ दल ने उनको व् उनके परिवार को बहुत ही शक्त तरीकों से परेशान कर चुका है.
उसका कितना लाभ सपा ने उठाया है वह पार्टीजन भली भांती जानते है .  
(संपादक)

राजा भैया की गिरफ्तारी पर सपा की चेतावनी



 
इटावा। समाजवादी पार्टी [सपा] ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में ब्लाक प्रमुख पद के बसपा उम्मीदवार को धमकाने के आरोप में विवादास्पद निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, पार्टी के एक सांसद तथा दो विधायकों की शनिवार देर रात हुई गिरफ्तारी को अत्याचार करार देते हुए रविवार को आगाह किया कि प्रदेश में सपा की सरकार बनने पर संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस प्रमुख को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
सपा ने इन गिरफ्तारियों के खिलाफ कल प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन का भी ऐलान किया है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राजा भैया, सपा सांसद शैलेन्द्र कुमार, विधायक विनोद कुमार सरोज तथा विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह की गिरफ्तारी सरासर गलत है और प्रदेश में सपा की सरकार बनने पर संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को इस ज्यादती का परिणाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने धमकी दी, 'उन्हें जेल जाना पड़ेगा।'
यादव ने कहा कि पार्टी सांसद शैलेन्द्र की गिरफ्तारी के मामले को वह लोकसभा में विशेषाधिकार हनन के मामले के रूप में उठाएंगे, जबकि अन्य विधायकों की गिरफ्तारी का मामला विधानसभा में उठाकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
उन्होंने चेतावनी के स्वर में कहा कि अव्वल तो बसपा मुखिया मायावती आतंक पैदा करके सपा के कार्यकर्ताओं तथा नेताओं को डराकर ब्लाक प्रमुखों का चुनाव जीत नहीं पाएंगी और अगर जीत भी गई तो विधानसभा चुनाव में जनता उनसे हिसाब लेगी।
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ में डकैती, अपहरण, जान से मारने के प्रयास एवं तोड़फोड़ के आरोप में कुंडा से निर्दलीय विधायक राजा भैया, कौशांबी से सपा सांसद शैलेंद्र कुमार, प्रतापगढ़ की बिहार सीट से सपा विधायक विनोद सरोज और विधान परिषद में सपा सदस्य अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी समेत 11 लोगों को कल रात गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार, राजा भैया और सपा नेताओं ने कल रात बाबूगंज विकास खंड सीट से बसपा उम्मीदवार मनोज कुमार शुक्ला की गाड़ी को रोक लिया और उन्हें चुनाव से हट जाने का दबाव बनाते हुए गोलियां चलाई और धमकाते हुए जान से मारने का प्रयास किया।
इधर, राज्य विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि राजा भैया, सांसद शैलेन्द्र, विधायक सरोज तथा विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह को 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' की तर्ज पर गिरफ्तार किया गया है। यादव ने कहा कि सपा के कार्यकर्ता इन गिरफ्तारियों के खिलाफ कल प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे।
सपा नेता ने दावा किया, 'पार्टी विधायक सरोज कल रात सपा समर्थक क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जा रहे थे। रास्ते में बसपा समर्थकों ने उनके काफिले पर गोलीबारी की थी। इसकी सूचना मिलने पर राजा भैया, सांसद शैलेन्द्र कुमार और अक्षय प्रताप सिंह पहुंचे तो उन्हें भी बसपा समर्थित ब्लाक प्रमुख उम्मीदवार को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।'
यादव ने कहा कि इन नेताओं पर मुकदमा दर्ज कराने वाले मनोज शुक्ला के खिलाफ ही मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे ब्लाक प्रमुख के चुनाव को लेकर सपा उम्मीदवारों और समर्थकों का उत्पीड़न करने वाले जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों का घेराव करें।

सपा नेता ने कहा कि वह इन चुनावों में धांधली की शिकायत राज्यपाल बी. एल. जोशी से कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों का तानाशाहीपूर्ण रवैया बरकरार है।
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क्या हो गया है सपा के नेताओं को ? कि उनको  'राजा' भैया के लिए इतनी बेचैनी  क्यों है ?
क्या सपाईयों को लगाता है कि राजा भैया सपा joain कर लेंगे यदि इस तरह के किसी लाभ के लिए लगे है तो उनका भगवान भला करें |
(साभार जागरण से)
राजा भैया से मुलाकात को लेकर बवाल
प्रतापगढ़।
Story Update : Monday, December 27, 2010    12:11 AM
जिला जेल में निरुद्ध कुंडा के निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया से मुलाकात को लेकर रविवार को मननीयों ने जेल परिसर में बवाल मचाया। भीतर जाने को लेकर जेल पुलिस और सपा विधायकों में धक्कामुक्की भी हुई। जेल प्रशासन के गेट बंद करने पर विधायक और सपा नेता वहीं धरने पर बैठ गए। उधर, काफी गहमागहमी के बीच रविवार रात 8ः30 बजे राजाभैया और इनके भाई एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी को बरेली जेल के लिए रवाना कर दिया गया। शासन से राजाभैया और गोपालजी के स्थानांतरण का आदेश देरशाम जिलाधिकारी कार्यालय को मिला।

सपा विधायकों और सुरक्षाकर्मियों में धक्कामुक्की
सपा नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष शिवपाल यादव के आने को लेकर रविवार को सुबह से ही जेल परिसर में गहमागहमी रही। दोपहर करीब 12ः30 बजे शिवपाल जेल में निरुद्ध राजाभैया से मिलने पहुंचे तो कई विधायक, पूर्व मंत्री और बड़ी संख्या में सपा नेता भी जेल परिसर के भीतर जाने के लिए उनके साथ हो लिए। जेल परिसर का बाहरी गेट खुलते ही सपाई टूट पड़े। मुख्य द्वार खुलने पर जेल पुलिस जबरन भीतर घुस आए सपा नेताओं को रोक नहीं सकी। शिवपाल सहित कई लोग जेल में प्रवेश कर गए। इसके बावजूद अभी कई विधायक गेट के बाहर रह गए थे।

राजा भैया और गोपालजी को भेजा बरेली जेल
आननफानन में जेल पुलिस ने जबरन गेट बंद कर दिया। इससे नाराज सपा विधायक गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए और जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। करीब 20 मिनट बाद जब उन्हें भीतर ले जाने के लिए डिप्टी जेलर गेट पर पहुंचे तो विधायक उन पर भी भड़क गए। डिप्टी जेलर के काफी अनुनय विनय के बाद विधायक भीतर जाने को राजी हुए। इस मौके पर सुलतानपुर सदर विधायक अनूप संडा, उन्नाव से आए सपा विधायक सुधीर रावत, जौनपुर से आए शैलेंद्र यादव उर्फ ललई यादव, इलाहाबाद से विधायक जोखू लाल, पूर्व मंत्री राजाराम पांडेय सहित कई सपा नेता मौजूद रहे।






हमारी शराफत को बसपा डर न समझे


Dec 19, 11:58 pm
इटावा। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने कहा कि प्रतापगढ़ के निर्दलीय विधायक व पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया, कौशांबी सांसद शैलेंद्र कुमार सहित अन्य सपा नेताओं की गिरफ्तारी सहन नहीं की जाएगी। बसपा सरकार अराजकता की स्थिति फैला रही है। हमारी शराफत को बसपा डर ना समझें। विधायक व सांसद सहित अन्य सपा नेताओं को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। निर्दलीय विधायक राजा भइया, सांसद शैलेंद्र कुमार, एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह समेत अन्य सपा नेताओं की गिरफ्तारी के बाद मुलायम सिंह ने रविवार को शहर स्थित अपने घर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इधर, सपा की स्थानीय इकाई ने इस मामले में सोमवार को प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
मुलायम सिंह ने कहा कि राजा भइया व अन्य सपा नेता पंचायत चुनाव में हिस्सेदारी कर रहे थे, ब्लाक प्रमुख चुनाव से कोई मतलब नहीं था, इसके बाद भी उन्हें इस मामले में घसीटते हुए गिरफ्तार किया गया। यह बदले की भावना व बसपा की बौखलाहट है। सपा अब चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि मायावती यह न समझें कि हम डर गये हैं। डीएम और एसपी यह न समझे कि वे सेवानिवृत हो जाएंगे, तो यह मामला ठंडा हो जाएगा। उन्हें इसका जवाब देना पड़ेगा।
जिलाध्यक्ष अशोक यादव और महासचिव अजय भदौरिया ने कार्यकर्ताओं से सुबह 10 बजे पार्टी कार्यालय पर उपस्थित होने का आह्वान किया है। पार्टी कार्यालय से कार्यकर्ता सरकार विरोधी प्रदर्शन करते हुए कचहरी पहुंचेंगे। रिहाई की मांग को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा।   

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