6 जून 2011

 
लखनऊ। योग गुरु बाबा रामदेव की गिरफ्तारी व समर्थकों पर लाठीचार्ज के खिलाफ सूबे में उबाल है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए। सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह , पीएम मनमोहन सिंह के पुतले फूंके गये। भाजपा और उसके अनुषंगिक संगठनों के अलावा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की।
लखनऊ में जहां सामाजिक कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश दिखा वहीं केंद्र सरकार को सद् बुद्धि देने के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ भी किया गया। कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह के समर्थन में अनशन शुरू किया।
भाजपा ने भी बाबा के समर्थन में धरना शुरू कर दिया है। चारबाग स्थित दीनदयाल स्मृतिका पर धरने पर बैठने वालों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही, राज्यसभा सदस्य कलराज मिश्र, कुसुम राय, टीवी कलाकार स्मृति इरानी समेत अन्य शामिल थे। गोंडा, बहराइच, लखीमपुर, सुल्तानपुर, सीतापुर और श्रावस्ती में भी भाजपा और अन्य हिन्दू संगठनों ने धरना-प्रदर्शन व केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर गुस्सा जताया।
मेरठ में सुबह से ही सड़क पर उतरकर लोगों ने रोष जाहिर किया। कलक्ट्रेट पर धरना दिया गया। छात्रों ने जुलूस निकालकर केंद्र सरकार का पुतला फूंका।
मुजफ्फर नगर और बुलंदशहर में भी समर्थकों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका। सहारनपुर में बाबा रामदेव के समर्थकों के साथ व्यापारी संगठन और गैर कांग्रेसी पार्टियों के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए। बागपत में जगह-जगह केंद्र सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला गया। बिजनौर में पालिका चौक पर जुटे कई संगठनों के सैकड़ों लोगों ने रविवार और सोमवार को काला दिवस के रूप में मनाने का एलान किया।
कानपुर में लोगों ने जगह-जगह धरना देकर पुलिस के इस कदम की निंदा की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पीरोड में केंद्र सरकार का पुतला फूंका और प्रधानमंत्री के विरुद्ध नारेबाजी की।
पतंजलि योग समिति ने शिक्षक पार्क नवीन मार्केट में अनशन कर बाबा के समर्थन में हुंकार भरी। धर्म संघ से जुड़े लोगों और रोडवेज कर्मचारियों ने फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना दिया।
चित्रकूट में मंदाकिनी तट पर जुटे साधु-संतों ने बाबा का समर्थन करते हुए कहा कि आधी रात के बाद कार्रवाई कर केंद्र सरकार ने कायरता का परिचय दिया है।
जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि पूरा देश बाबा रामदेव के साथ खड़ा है। बांदा में आहुति देकर ईश्वर से नेताओं को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की।
उरई में दर्जनों लोगों ने सीओ दफ्तर के बगल में काली पट्टी बांधकर धरना दिया। फर्रुखाबाद में भारत स्वाभिमान व पतंजलि योग समिति सोमवार को कलक्ट्रेट में काला दिवस मनायेगी। कन्नौज, रायबरेली में भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद, अधिवक्ताओं के साथ अन्य लोग भी सड़कों पर उतर आये। इटावा में बाबा समर्थकों ने काला दिवस मनाया। उन्नाव में पतंजलि योग समिति के सत्याग्रह स्थल पर पुलिस के कड़े पहरे के बीच कार्यकर्ताओं ने हवन कर केंद्र सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की।
बरेली में कलक्ट्रेट गेट पर भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का अनशन जारी रहा। पीलीभीत में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। आगरा में शनिवार को शहीद स्मारक पर शुरू हुआ भ्रष्टाचार मिटाओ सत्याग्रह आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। अलीगढ़ में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट एवं पतंजलि योग समिति ने विरोध में रैली निकाली तो भाजपा और संस्कार भारती ब्रज प्रांत की ओर से केंद्र सरकार के पुतले फूंके गए।
आजमगढ़ में रिक्शा स्टैंड पर लोगों ने उपवास रखकर धरना दिया और बाबा के साथ हुई कार्रवाई को सरकार की बर्बरता करार दिया। सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया गया। बलिया, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर में धरना देकर इस कार्रवाई की निन्दा की गयी वहीं विद्यार्थी परिषद, भाजपा सहित अन्य संगठनों ने पुतला फूंक कर विरोध जताया। मऊ में भी लोगों में तीखा आक्रोश रहा। यहां पुतला फूंककर विरोध प्रकट किया। मीरजापुर व सोनभद्र में भी प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
गोरखपुर में पंतजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान मंच के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। भाजपा ने काली पट्टी बांधकर विरोध मार्च निकाला। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार का पुतला फूंका। महराजगंज में प्रदर्शन कर काग्रेस विरोधी नारे लगाए गए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांह में काली पट्टी बांध प्रमुख मार्गों पर प्रदर्शन किया।
कुशीनगर, देवरिया, बस्ती में बाबा की गिरफ्तारी और अनशन पर लाठीचार्ज के विरोध में धरना दिया गया। बाबा रामदेव व समर्थकों पर दमन के खिलाफ जनाक्रोश इलाहाबाद, कौशाम्बी और प्रतापगढ़ में फूट पड़ा। इलाहाबाद में सुबह दस बजे तक कचहरी पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। चिलचिलाती धूप में समर्थक बाबा रामदेव के समर्थन में नारेबाजी करते हुए घंटों धरने पर बैठे रहे। भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने जंक्शन पर पवन एक्सप्रेस रोककर बाबा पर हुए हमले पर विरोध प्रकट किया। इसके बाद ऐतिहासिक सुभाष चौराहा पर कांग्रेस पार्टी का पुतला फूंका।
कौशाम्बी में भाजपाइयों ने ककोढ़ा व भरवारी कस्बे में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह व कपिल सिब्बल का पुतला दहन कर अपना आक्रोश जताया। प्रतापगढ़ में चाय-पान की दुकानों से लेकर जहां भी लोग इकट्ठा हुए, यही चर्चा होती रही।
गाजियाबाद में बाबा रामदेव को जबरन उठाने और हरिद्वार भेजने के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता रविवार को सड़कों पर उतर आए। उन्होंने पहले केंद्र सरकार का पुतला फूंका फिर गांधी पार्क में धरना दिया। हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय एकता पार्टी ने इस हंगामे को लेकर प्रधानमंत्री से इस्तीफा व पुलिस कमिश्नर को निलंबित करने की मांग की है।
आक्रोश से तमतमाई रामनगरी
अयोध्या। योगगुरु बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के साथ हुए पुलिसिया दु‌र्व्यवहार से रामनगरी आक्रोश से भर उठी है। रामनगरी के प्रमुख मंदिरों व अखाड़ों के संतों ने एक स्वर से केंद्र सरकार की निंदा करते हुए कहा कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले को लेकर 6 से 8 जून तक पूरे प्रदेश में व्यापक आंदोलन करने की घोषणा की है।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास ने कहा कि योगगुरु रामदेव का अपमान पूरे देश के संत समाज का अपमान है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो इस कार्यवाही के विरोध में वह राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव के वस्त्रों को पुलिस द्वारा उतारा जाना संत वेश व संत परंपरा का उल्लंघन है। इसे पूरे देश के संतों में आक्रोश है। राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि योगगुरु व उनके समर्थकों के साथ हुई बदसलूकी केंद्र सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को उजागर करने वाली है।
दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने इसे केंद्र सरकार की तानाशाही की पराकाष्ठा बताया। राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य व पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है, जिसने अपने लोगों को बचाने के लिए यह कार्रवाई की।
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास ने कहा कि रामदेव का अपमान संत समाज भूल नहीं सकेगा। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद विनय कटियार ने कहा कि यह शर्मनाक कार्रवाई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इशारे पर की गई है। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का धन विदेशी बैंकों में जमा है। उनके नाम उजागर होने से डर से केंद्र घबरा गई है। बलरामपुर में पत्रकारों से बात करते हुए विधायक व देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत कौशलेन्द्र नाथ ने रामदेव के साथ हुई अभद्रता को लोकतंत्र का अपहरण बताया।

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