15 अप्रैल 2012

सारगर्भित सत्य

सपा-बसपा एक हो जाएं तो उड़ जाएंगे सब: बघेल

Apr 15, 01:22 am
आगरा, जागरण संवाददाता। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. एसपी सिंह बघेल ने शुक्रवार को एक चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने कहा कि अगर सपा व बसपा मिल जाएं तो इसकी आंधी में सभी दल उड़ जाएंगे।
वह शनिवार को अखिल भारतीय अनुसूचित जाति-जनजाति रेलवे कर्मचारी संघ की ओर से रेलवे संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉ. राममनोहर लोहिया और डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समता मूलक समाज का सपना देखा था। इसको लेकर लोहिया ने बाबा साहब को एक पत्र भी लिखा था। इसके बाद बाबा साहब का निधन हो गया, फिर यह सपना कभी पूरा नहीं हो सका। बाद में सपा सुप्रीमो पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भले ही वे अंग्रेजी का विरोध करते हों, लेकिन अपने बेटे को पढ़ने के लिए आस्ट्रेलिया भेजते हैं। वह कम्प्यूटर का विरोध करते हैं, लेकिन उन्हीं के बच्चे आज छात्र-छात्राओं को टेबलेट व कम्प्यूटर बांटने का वादा कर रहे हैं।
सपा-बसपा के बयान पर जागरण ने जब प्रो. एसपी सिंह बघेल से बातचीत की तो उनका कहना था कि लोहिया और बाबा साहब समाज में एकरूपता लाना चाहते थे। इसी संदर्भ में उन्होंने यह बात कही। इसका गलत अर्थ न निकाला जाए।
(दैनिक जागरण से साभार)
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इस कथन के पीछे का दर्द 
(बघेल साहब मुलायम सिंह जी के बहुत करीब रहे हैं बसपा में रहते हुए भी शायद माया के उतने करीब नहीं होंगे पर इन्होने दोनों के मध्य से जो उदगार दिए हैं यही समय का सच है, यदि समय रहते हमने इस पर अमल नहीं किया तो 'ओ' पतंगे ऐसे ही मंडराते रहेंगे) 
अब लोहिया और अम्बेडकर का जमाना रहा नहीं अब तो अमर सिंह और सतीश मिश्र जैसे दलालों के बीच 'सामाजिक न्याय' के नेत्रित्व की शक्तियां फंसी हैं . इनसे निकले तो 'बघेल साहब की बात पूरी हो जाए' नहीं तो ये दोनों केवल और केवल पछतायेंगे. की हमने समय रहते 'दल्लुओं'के चक्कर काटे और 'ओ' नहीं किया जो वक़्त की 'मांग' थी .और केवल ओ अपने स्मारक बनाती रहीं ये घर में उलझे रहे इन दोनों स्थितियों से देश का भला नहीं होना है. बाबा साहब और लोहिया के असली सपनों का भारत तो तभी बनेगा जब दलित और पिछड़े एकजुट होकर इस अपने देश और सत्ता को देशद्रोही समता विरोधी शोषकों से (सत्ता) अपने हाथ लेने में कामयाब हो सकेंगे .
अन्यथा तकनीकी और ज्ञान की सामर्थ्य को अपने भीतर रखते हुए भी मृग की भाँती इन  भिखारियों से भिखारी की तरह इन कुढ़ मगज भ्रष्ट लूटेरों से उधार माँगते रहेंगे और ये एक दुसरे को आपस में लड़ाते रहेंगे और सारी असली दौलत और मलाई अपने पास रखेंगे .  
डॉ.लाल रत्नाकर 

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