22 अप्रैल 2012

यादवों की हत्याएं शुरू

दलितों की गुंडागर्दी से यादव की ह्त्या ;

सपा नेता को पेड़ में बांध मार डाला

Story Update : Sunday, April 22, 2012    12:01 AM
खुटहन। क्षेत्र के उसरौली गांव के सपा नेता शोभनाथ यादव (55) की नीम के पेड़ में बांधकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि दलित बस्ती के लोग बुलाकर ले गए और पीट-पीटकर मार डाला। अफवाह थी कि शोभनाथ ने दलित बस्ती के किशुन का अपहरण कर हत्या कर दी है। इसी में उमड़े दलित बस्ती के लगों ने शोभनाथ को अगवा कर लिया और बस्ती ले जाकर पीटकर मार डाला। परिवार के लोग थोड़ी देर बाद पहुंचे तो शोभनाथ का शव मिला। रात में ही पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। शोभनाथ के भाई देवनाथ की तहरीर पर 24 नामजद समेत 29 के खिलाफ बलवा, मारपीट, हत्या समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने गांव से एक दर्जन दलितों को रात में ही हिरासत में ले लिया है।
गांव के ही प्रेम नरायन के यहां शुक्रवार की शाम को बरच्छा कार्यक्रम था। कार्यक्रम में शोभनाथ यादव (55) भी शामिल थे। रात करीब 11 बजे रुस्तमपुर के प्रधान श्रीकृष्ण पांडेय की बाइक पर बैठकर शोभनाथ घर लौटे। शोभनाथ को श्रीकृष्ण सड़क पर ही छोड़कर चले गए थे। शोभनाथ का घर उसरौली गांव से हटकर खेतों के बीच बना हुआ है। पैतृक आवास गांव में है। शोभनाथ अपने घर की ओर मुड़े तो घर के बगल लगे केलों के झुंड में दो लोग दिखाई पड़े। शोभनाथ के बेटों का कहना है कि पापा ने चोर-चोर की आवाज दिया तो दोनों भागने लगे। एक को दबोच लिया। रोशनी में देखा गया तो वह गांव का राम किशुन था। उसे घर में बैठा लिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। आरोप है कि किशुन के साथ दलित बस्ती का राधेश्याम भी था। राधेश्याम दलित बस्ती पहुंचा और बताया कि शोभनाथ ने बेटों के साथ मिलकर किशुन को अगवा कर लिया और हत्या कर दी। इस खबर की पुष्टि किए बगैर दलित बस्ती के एक दर्जन लोग शोभनाथ के घर पहुंचे। पूछताछ करने के लिए शोभनाथ को बुलाया। शोभनाथ बेखौफ दलितों के पास चले गए। बातचीत करते-करते घर से थोड़ा दूर निकल गए। कुछ दूर जाते ही दलितों ने शोभनाथ को पकड़ लिया और अपनी बस्ती उठा ले गए। आरोप है कि यहां शोभनाथ को नीम के पेड़ में बांध दिया। शोभनाथ कहते रहे कि किशुन उनके घर बैठा हुआ है लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। लाठी, डंडे से इतना मारा कि शोभनाथ की दलित बस्ती में ही मौत हो गई। उधर, शोभनाथ के बेटों ने अपने ताऊ और चाचा को सूचना पैतृक आवास भेजी। जब तक परिवार के लोग दलित बस्ती पहुंचते तब तक शोभनाथ की मौत हो चुकी थी। गांव के लोग शोभनाथ को लेकर शाहगंज राजकीय चिकित्सालय निकल रहे थे, तब तक पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस और परिजन शोभनाथ को लेकर शाहगंज अस्पताल गए। यहां देखते ही चिकित्सक ने शोभनाथ को मृत घोषित कर दिया। परिजनों के साथ अस्पताल गई पुलिस शव लेकर थाने लौट आई। उधर, सरपतहां, शाहगंज, खेतासराय पुलिस को गांव भेजा गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दलित बस्ती में मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया। इन सभी को खुटहन थाने की बजाय अज्ञात स्थान पर पुलिस ने पहुंचा दिया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस ने सुबह छह बजे ही शोभनाथ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सुबह एसपी आकाश कुलहरी, एएसपी ग्रामीण सुरेश्वर पहुंचे। एहतियातन दलित बस्ती में फोर्स तैनात कर दी गई है। उधर, हत्यारोपी राम किशुन की पत्नी कलावती का कहना है कि मेरे पति और जेठ राधेश्याम मड़ाई करने जा रहे थे। रास्ते में पुरानी रंजिश को लेकर शोभनाथ ने उन्हें मारा पीटा था।
(अमर उजाला से साभार)

1 टिप्पणी:

शाहजाहां खान “लुत्फ़ी कैमूरी” ने कहा…

ye kahna ki kisi yadav ki hatya kar di gai ekdam anuchit hai sriman ji. kripya kar ke jativad n badhayen...aap ka apna bhai Shahjahan.

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