10 नव॰ 2015

पुराने समाजवादियों को शिवपाल ने किया सम्मानित !


वाह शिवपाल जी ! हसींन सपनों के अलावा यह ख्याल कहाँ से आया की समाजवादी धारा की राह चल पड़े, लोहिया का यह ख्याल था की भारत,बंगला देश और पाकिस्तान का महासंघ बने ! किताबें पढ़कर नहीं अगर अगले इलेक्शन में बचना है तो मायावती जी के साथ गठबंधन बनाईये ? यह गठबंधन भारत की ओर ले जाएगा तब ये हसींन सपने काम करने के लिए माकूल होंगे ! समाजवादियों की सम्मान सूचि में जिन नामों को रखा गया है उसमें मेरा नाम है क्या कैसे पता चलेगा ?

पुराने समाजवादियों को शिवपाल ने किया सम्मानित !
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ  नेता शिवपाल  सिंह यादव का कहना है कि 21 वीं सदी में समावेशी विकास सिर्फ समाजवाद से ही संभव है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री ने  समाजवादी आर्थिक नीतियों को ठीक से लागू किया होता तो  हर भारतीय पर प्रति व्यक्ति कर्ज 40 हजार रुपये से अधिक न होता। भारत के कुल बजट का 23 फीसदी से अधिक सिर्फ ब्याज चुकाने में जा रहा है।
इस सदी में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश की जनता का चाहती है कि तीनों देशों का एक महासंघ बने और दक्षिण एशिया में सुख-समृद्घि की बयार बहे।
शिवपाल ने यह बात सोमवार को अपने आवास पर वरिष्ठ लोहियावादी  85 वर्षीय मोहम्मद सगीर अहमद को सम्मानित करते हुए कही। श्री  यादव ने दीवाली की शुभकामना देते हुए अपील की कि अपने घर के साथ-साथ पड़ोस में भी दिए जलाना वास्तविक दीवाली होगी। उन्होंने सभी विशेषकर समाजवादियों से यतीमों, कमजोर और वंचित वर्ग के बच्चों के साथ रोशनी और खुशी का त्योहार मनाने का आग्रह किया।
आचार्य नरेन्द्र देव के शिष्य व लोहिया के अनुयायी मोहम्मद सगीर ने सेकुलर और सोशलिस्ट कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी की सराहना की।  शिवपाल ने वरिष्ठ समाजवादी नेता राजनाथ शर्मा को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में भारत, पाक और बांग्लादेश महासंघ बनाओ अभियान के पक्ष में जनमत बनाने के लिए एक रथ यात्रा निकालने और यतीमों के बीच दिवाली मनाने का निर्णय लिया गया। 

नाक काटना और कटाना वास्तव में जिन सन्दर्भों में लिया जाता रहा होगा वह आज उसी स्वरुप में प्रचलित है या सुपर्णखा की नाक ही कटी काट ली  रही गयी होगी  
प्रकरण में 

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